
Uttar Pradesh Teacher Recruitment को लेकर Students का Protest: Privatization का डर, Jobs का इंतज़ार Uttar Pradesh में Teacher Recruitment को लेकर Students का Protest तेज़। Privatization का डर और सात साल से रुकी Recruitment ने Youth को सड़कों पर उतारा। जानें पूरी खबर।

उत्तर Pradesh में Teacher Recruitment को लेकर Students का Protest तेज़ी पकड़ रहा है। पिछले कई दिनों से हजारों Students दिन-रात सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, अपनी मांगों को लेकर Government पर दबाव बना रहे हैं। उनकी मुख्य मांग है कि लंबे समय से रुकी Teacher Recruitment प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाए। यह Protest न केवल Employment की मांग को उजागर करता है, बल्कि उत्तर Pradesh में Privatization के बढ़ते प्रभाव को लेकर भी गहरी चिंता व्यक्त करता है।
सात साल से रुकी Teacher Recruitment
उत्तर Pradesh में आखिरी बार 2018 में 69,000 Teachers की Recruitment हुई थी। इसके बाद से Basic Education Department में कोई नई Recruitment नहीं निकली। हर साल लगभग 2 से 2.5 लाख Students D.El.Ed (Diploma in Elementary Education) पूरा करते हैं, लेकिन Recruitment के अवसर न होने से उनकी Degree बेकार साबित हो रही है। Students का कहना है, “हमने सालों मेहनत की, D.El.Ed किया, लेकिन जब Jobs ही नहीं, तो इस Degree का क्या मतलब?”
Privatization का डर
Students में यह डर व्याप्त है कि उत्तर Pradesh में तेज़ी से बढ़ रहे Privatization के कारण Primary Schools बंद हो सकते हैं। कई Students का मानना है कि Government सरकारी Schools को Private हाथों में सौंपने की योजना बना रही है, जिससे उनकी Job की संभावनाएं और कम हो जाएंगी। भीषण गर्मी में 45 डिग्री Temperature में भूखे-प्यासे सड़कों पर उतरकर ये Students अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं।
Government का दावा और विवाद
हाल ही में उत्तर Pradesh Government ने अपने Official Social Media Account पर 1,93,000 Teacher Posts पर Recruitment की घोषणा की थी। इस खबर को एक Newspaper Cutting के साथ साझा किया गया, लेकिन यह Post Viral होने के बाद हटा ली गई। Government ने सफाई दी कि वर्तमान में Teacher-Student Ratio संतुलित है और अभी कोई नई Recruitment की योजना नहीं है। इस बयान ने Students के आक्रोश को और बढ़ा दिया, जिसके बाद Protest और उग्र हो गया।
Akhilesh Yadav का Support
Samajwadi Party के नेता और उत्तर Pradesh के पूर्व Chief Minister Akhilesh Yadav ने इस Protest को अपना Support दिया है। उन्होंने अपने Social Media Account पर Students के पक्ष में Post कर उनके Struggle को और बल प्रदान किया। Akhilesh Yadav ने Government पर निशाना साधते हुए कहा कि Youth के Future के साथ खिलवाड़ बंद होना चाहिए।
TGT-PGT Exam पर Uncertainty
2022 में घोषित TGT-PGT Exam की Date अभी तक पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। Uttar Pradesh Education Service Selection Commission ने 18 और 19 जुलाई 2025 को संभावित Exam Date के रूप में घोषित किया है, लेकिन Official Notice के अभाव में Students में Confusion की स्थिति बनी हुई है। Social Media पर Paper Leak होने या Exam स्थगित होने की Rumors भी लगातार फैल रही हैं, जिससे Students का गुस्सा और बढ़ रहा है।
Students की मांग: Transparent और Regular Recruitment
Protest कर रहे Students की मांग है कि Teacher Recruitment प्रक्रिया को Transparent और Regular किया जाए। वे चाहते हैं कि उनकी मेहनत और Degree का उचित सम्मान मिले। Students का कहना है कि Government को हर साल Recruitment निकालनी चाहिए ताकि D.El.Ed और अन्य Teacher Training Courses करने वाले Youth को Employment के अवसर मिल सकें।
क्या रंग लाएगा Protest?
45 डिग्री की तपती गर्मी में सड़कों पर उतरकर अपनी आवाज़ उठाने वाले इन Students का जज़्बा और मेहनत रंग लाएगी या नहीं, यह तो समय ही बताएगा। लेकिन यह Protest उत्तर Pradesh की Education System में सुधार और Employment Opportunities की कमी जैसे गंभीर मुद्दों को सामने ला रहा है,