UP STUDENT Online (UPMSP ) ATTENDANCE|उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्: स्कूलों में 1 जुलाई से लागू होगी ऑनलाइन बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली

माध्यमिक ,बेसिक , शिक्षा , परीक्षा न्यूज़

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

UP STUDENT Online ATTENDANCE|उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्: स्कूलों में 1 जुलाई से लागू होगी ऑनलाइन बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली- प्रयागराज, 30 जून 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (UPMSP) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए राज्य के सभी माध्यमिक विद्यालयों में 1 जुलाई 2025 से ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली लागू करने की घोषणा की है। इस नई व्यवस्था के तहत कक्षा 9 से 12 तक के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की दैनिक उपस्थिति बायोमेट्रिक और ऑनलाइन तरीके से दर्ज की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य शैक्षणिक अनुशासन, पारदर्शिता और डेटा संकलन की गुणवत्ता को बढ़ाना है।

नई उपस्थिति प्रणाली की मुख्य विशेषताएं

UPMSP ने इस प्रणाली को लागू करने के लिए एक विशेष पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन (UPMSP-Attendance) विकसित किया है। यह प्रणाली सभी राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त और स्ववित्तपोषित माध्यमिक विद्यालयों में तत्काल प्रभाव से लागू होगी। नीचे इस व्यवस्था के प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:

बिंदुविवरण
उपस्थिति दर्ज करने का समयप्रथम पीरियड में प्रधानाचार्य द्वारा उपस्थिति दर्ज की जाएगी।
प्लेटफॉर्मUPMSP की वेबसाइट (upmsp.edu.in) या UPMSP-Attendance मोबाइल ऐप के माध्यम से।
लॉगिन प्रक्रियाविद्यालय की मौजूदा लॉगिन आईडी और पासवर्ड से लॉगिन।
छात्रों का पंजीकरणप्रत्येक कक्षा के छात्रों को सेक्शन (A/B/C/D/E) के अनुसार दर्ज करना होगा।
अवकाश का उल्लेखअवकाश के प्रकार और कारण का अंकन अनिवार्य।
स्थानउपस्थिति केवल विद्यालय परिसर से ही दर्ज की जा सकेगी।

इस प्रणाली के लाभ

  1. पारदर्शिता: फर्जी नामांकन और अनियमित उपस्थिति पर रोक लगेगी।
  2. शैक्षणिक अनुशासन: छात्रों और शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित होगी।
  3. डेटा संकलन: सटीक और विश्वसनीय डेटा के माध्यम से शैक्षिक योजना और प्रबंधन में सुधार।
  4. तकनीकी सुदृढ़ता: आधुनिक तकनीक का उपयोग कर शिक्षा प्रणाली को मजबूत करना।

क्या इस व्यवस्था से पढ़ाई पर प्रभाव पड़ेगा?

नई ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली का मुख्य उद्देश्य शैक्षिक अनुशासन को बढ़ावा देना है, जिससे पढ़ाई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। नियमित उपस्थिति सुनिश्चित होने से छात्रों का कक्षा में ध्यान और शिक्षकों की जवाबदेही बढ़ेगी। हालांकि, प्रारंभिक चरण में तकनीकी प्रक्रिया को अपनाने में कुछ समय लग सकता है, लेकिन दीर्घकाल में यह व्यवस्था समय की बचत और व्यवस्थित डेटा प्रबंधन के कारण पढ़ाई की गुणवत्ता को बेहतर करेगी।

150 बच्चों की कक्षा में उपस्थिति दर्ज करने में कितना समय लगेगा?

यदि एक कक्षा में 150 छात्र हैं, तो उपस्थिति दर्ज करने का समय निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करेगा:

  • तकनीकी दक्षता: यदि प्रधानाचार्य या जिम्मेदार व्यक्ति ऐप या पोर्टल का उपयोग करने में निपुण है, तो प्रक्रिया तेज होगी।
  • प्रणाली की गति: UPMSP-Attendance ऐप और पोर्टल की तकनीकी क्षमता के आधार पर डेटा प्रविष्टि का समय अलग-अलग हो सकता है।
  • अनुमानित समय: सामान्य रूप से, यदि प्रत्येक छात्र की उपस्थिति दर्ज करने में औसतन 5-10 सेकंड लगते हैं (नाम, सेक्शन, और अवकाश कारण सहित), तो 150 छात्रों की उपस्थिति दर्ज करने में लगभग 12-25 मिनट लग सकते हैं। यह समय प्रथम पीरियड के दौरान पूरा किया जाएगा, जिससे पढ़ाई का समय प्रभावित होने की संभावना कम है।

नोट: प्रारंभ में यह प्रक्रिया समय ले सकती है, लेकिन जैसे-जैसे शिक्षक और कर्मचारी इस प्रणाली के अभ्यस्त होंगे, समय की खपत कम हो जाएगी। UPMSP ने इस प्रणाली को उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने के लिए प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करने की योजना बनाई है।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें

UPMSP-Attendance ऐप को Google Play Store से डाउनलोड किया जा सकता है। इस ऐप के माध्यम से विद्यालय आसानी से उपस्थिति दर्ज कर सकते हैं।
👉 डाउनलोड लिंक: UPMSP-Attendance ऐप डाउनलोड करें (लिंक उपलब्ध होने पर अपडेट किया जाएगा)

कैसे काम करेगी यह प्रणाली?

  • प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी: प्रत्येक स्कूल के प्रधानाचार्य को प्रथम पीरियड में वेबसाइट या ऐप के जरिए उपस्थिति दर्ज करनी होगी।
  • लॉगिन प्रक्रिया: स्कूल की मौजूदा लॉगिन आईडी और पासवर्ड का उपयोग होगा।
  • अवकाश प्रबंधन: यदि कोई छात्र या शिक्षक अवकाश पर है, तो इसका कारण और प्रकार दर्ज करना अनिवार्य होगा।
  • जियो-लोकेशन आधारित: उपस्थिति केवल स्कूल परिसर से ही दर्ज की जा सकेगी, जिससे प्रणाली की विश्वसनीयता बढ़ेगी।

क्यों है यह कदम महत्वपूर्ण?

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्, जो दुनिया की सबसे बड़ी परीक्षा संचालक संस्था है, ने इस कदम के जरिए शिक्षा प्रणाली में तकनीकी नवाचार को बढ़ावा दिया है। यह प्रणाली न केवल फर्जी नामांकन पर रोक लगाएगी, बल्कि स्कूलों में नियमितता और अनुशासन को भी बढ़ावा देगी।

सभी स्कूलों के लिए निर्देश

सचिव भगवती सिंह ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों और प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि वे इस व्यवस्था का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। यह प्रणाली 1 जुलाई 2025 से लागू होगी, और सभी स्कूलों को इसके लिए तैयार रहना होगा।

समाचार पत्रों से अपील

UPMSP ने सभी दैनिक समाचार पत्रों से अनुरोध किया है कि वे इस विज्ञप्ति को अपने मुख्य पृष्ठ पर निःशुल्क प्रकाशित करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस नई व्यवस्था के बारे में जागरूक हो सकें।

संपर्क जानकारी

  • वेबसाइट: upmsp.edu.in
  • शिक्षा निदेशक: माध्यमिक शिक्षा परिषद्, लखनऊ
  • क्षेत्रीय कार्यालय: मेरठ, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर

नोट: यह प्रणाली उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। सभी स्कूलों, शिक्षकों और अभिभावकों से अनुरोध है कि वे इस व्यवस्था का समर्थन करें और इसे सफल बनाने में सहयोग करें।

यह लेख छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए उपयोगी और उपयोगकर्ता-अनुकूल जानकारी प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है। अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।


माध्यमिक ,बेसिक , शिक्षा , परीक्षा न्यूज़

Leave a Comment