
Sudhir Chaudhary Exposes Dhruv Rathee –सुधीर चौधरी का डीडी न्यूज़ पर तहलका: चार एपिसोड में ही मीडिया इंडस्ट्री में हलचल
आपने वो कहावत तो सुनी होगी, “जमाना हमसे नहीं, हम जमाने को चलाते हैं।” सुधीर चौधरी ने डीडी न्यूज़ पर अपने शो डिकोड के महज चार एपिसोड्स में ही भारतीय टीवी इंडस्ट्री में तूफान मचा दिया है। इन चार एपिसोड्स ने बड़े-बड़े मीडिया दिग्गजों के होश उड़ा दिए हैं। आज तक, टाइम्स नाउ नवभारत जैसे चैनल्स में आपातकालीन मीटिंग्स हो रही हैं, जहां यह चर्चा हो रही है कि आखिर कैसे डीडी न्यूज़ को पछाड़ा जाए। दर्शक रिमोट का बटन दबाकर इन चैनल्स को छोड़कर डीडी न्यूज़ की ओर शिफ्ट हो रहे हैं।
टीवी इंडस्ट्री में खलबली
सुधीर चौधरी के डीडी न्यूज़ जॉइन करने पर सवाल उठ रहे थे कि क्या वे अपने पुराने जादू को बरकरार रख पाएंगे? क्या वे ब्लैक एंड व्हाइट (आज तक) और डीएनए (ज़ी न्यूज़) की तरह डिकोड को भी नंबर वन बना पाएंगे? डीडी न्यूज़ का प्लेटफॉर्म बाकी चैनल्स से अलग था, लेकिन चौधरी ने साबित कर दिया कि वे भारत के नंबर वन पत्रकार यूं ही नहीं कहलाते। जहां भी वे जाते हैं, उनका शो हिट हो जाता है।
सोशल मीडिया और टीआरपी का थर्मामीटर तोड़ा
सुधीर चौधरी ने डिकोड के जरिए सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। उनके तीसरे एपिसोड ने यूट्यूब पर 60,000 लाइव व्यूअर्स का आंकड़ा छुआ, जबकि चौथे एपिसोड में 57,000 से ज्यादा लोग जुड़े। यह आंकड़ा तब और हैरान करने वाला है, जब डीडी न्यूज़ के यूट्यूब चैनल के 5 मिलियन सब्सक्राइबर्स की तुलना में आज तक के 75-76 मिलियन सब्सक्राइबर्स वाले चैनल पर अंजना ओम कश्यप का ब्लैक एंड व्हाइट सिर्फ 49,000 व्यूअर्स ही ला सका। यह आज तक के लिए बड़ा झटका है, और यह दर्शाता है कि सुधीर चौधरी का जाना उनके लिए कितनी बड़ी क्षति थी।
हालांकि डीडी न्यूज़ टीआरपी रेटिंग्स में हिस्सा नहीं लेता, लेकिन अगर ऐसा होता तो चौधरी के शो ने रात 9 बजे के स्लॉट में नंबर वन पोजीशन हासिल कर ली होती। यह उपलब्धि भारतीय मीडिया इतिहास में अभूतपूर्व है।
डिकोड में क्या था खास?
सुधीर चौधरी ने अपने शो में तीन बड़े मुद्दों को उठाया:
- ध्रुव राठी का पर्दाफाश: चौधरी ने बताया कि कुछ यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स विदेशों से बैठकर भारत के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। बिना नाम लिए उन्होंने ध्रुव राठी पर निशाना साधा, यह कहते हुए कि ये लोग खासकर चुनावों के दौरान किसी पार्टी के लिए प्रोपेगेंडा फैलाते हैं और मोटी फंडिंग के जरिए भारत को बदनाम करने की कोशिश करते हैं।
- राहुल गांधी को ‘मीर जाफर’ की उपमा: चौधरी ने राहुल गांधी की तुलना मीर जाफर से की, जो इतिहास में अपनी गद्दारी के लिए कुख्यात हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी बार-बार पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं, जैसे कि भारतीय सेना के नुकसान पर सवाल उठाकर। चौधरी ने एयर मार्शल एके भारती के बयान का हवाला दिया कि ऑपरेशनल जानकारी साझा करना दुश्मन को फायदा पहुंचा सकता है। फिर भी, भारत ने इस युद्ध में जीत हासिल की है, जैसे अमेरिका ने अपने नुकसान के बावजूद कई युद्ध जीते।
- पाकिस्तान के जनरल मुनीर की सच्चाई: चौधरी ने बताया कि पाकिस्तान ने अपने आर्मी चीफ जनरल मुनीर को फील्ड मार्शल का खिताब दिया, जो हार के बावजूद प्रोपेगेंडा का हिस्सा है। उन्होंने भारत के फील्ड मार्शल माणिक शॉ को 1971 की जंग में पाकिस्तान को हराने के लिए याद किया।
इसके अलावा, चौधरी ने बिपिन चंद्र पाल की राष्ट्रवादी विचारधारा को याद किया और शो के अंत में प्रेरक संदेश दिया: “दिल लगाने से बेहतर है कि पौधे लगाएं, वे छांव देंगे, घाव नहीं।”
सुधीर चौधरी को बदनाम करने की साजिश
कुछ लोग सुधीर चौधरी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। यूट्यूब चैनल ग्लोबल हर्ष ने दावा किया कि चौधरी का डीडी न्यूज़ में समय खत्म होने वाला है और उनका कॉन्ट्रैक्ट शायद रिन्यू न हो। यह पूरी तरह आधारहीन अफवाह है। चौधरी ने अपने तीसरे दिन ही सोशल मीडिया पर रिकॉर्ड तोड़ दिए, और 60,000 लाइव व्यूअर्स का आंकड़ा इस बात का सबूत है कि उनका शो दर्शकों को खूब पसंद आ रहा है। ग्लोबल हर्ष जैसे चैनल्स को यह समझना चाहिए कि झूठी खबरें फैलाना बंद करें। सुधीर चौधरी डीडी न्यूज़ पर लंबे समय तक सच्ची और विश्लेषणात्मक खबरें पेश करते रहेंगे।
ध्रुव राठी पर तमाचा?
सुधीर चौधरी ने ध्रुव राठी को निशाना बनाते हुए विदेशों से भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाया। यह दावा गंभीर है, लेकिन इसे सत्यापित करने के लिए ठोस सबूतों की जरूरत है। राठी एक लोकप्रिय यूट्यूबर हैं, जिनके वीडियो भारत में सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर केंद्रित होते हैं। चौधरी का यह आरोप उनके दर्शकों को भड़काने वाला हो सकता है, लेकिन यह भी संभव है कि यह एकतरफा नजरिया हो। मेरा मानना है कि दोनों पक्षों के दावों को तथ्यों के आधार पर परखना चाहिए।
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