
Neet Exam Court update|नीट पीजी 2025 परीक्षा अब एक शिफ्ट में होगी! सुप्रीम कोर्ट के ताज़ा फैसले, महत्वपूर्ण तिथियों, और तैयारी टिप्स के बारे में जानें। पारदर्शिता और समान अवसर के लिए NBEMS को निर्देश।
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परिचय: नीट पीजी 2025 में सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला
नीट पीजी 2025 की तैयारी कर रहे मेडिकल अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी खबर है। सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (NBEMS) को निर्देश दिया है कि नीट पीजी 2025 परीक्षा को केवल एक शिफ्ट में आयोजित किया जाए। यह फैसला परीक्षा की पारदर्शिता और सभी उम्मीदवारों को समान अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। कोर्ट ने दो शिफ्ट में परीक्षा आयोजित करने को असमानता का कारण माना, क्योंकि अलग-अलग शिफ्ट में प्रश्नपत्रों की कठिनाई का स्तर एक समान नहीं हो सकता। इस लेख में हम नीट पीजी 2025 के इस फैसले, महत्वपूर्ण तिथियों, परीक्षा पैटर्न, और तैयारी टिप्स पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला: क्यों लिया गया यह निर्णय?
सुप्रीम कोर्ट की बेंच, जिसमें जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस संजय कुमार, और जस्टिस एनवी अंजरिया शामिल थे, ने यह आदेश तब पारित किया जब वह नीट पीजी 2025 को दो शिफ्ट में आयोजित करने के NBEMS के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई कर रही थी। कोर्ट ने कहा कि दो शिफ्ट में परीक्षा आयोजित करने से नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया की आवश्यकता पड़ती है, जो उम्मीदवारों के बीच असमानता पैदा कर सकती है।
कोर्ट ने NBEMS के इस तर्क को खारिज कर दिया कि पूरे देश में एक शिफ्ट में परीक्षा के लिए पर्याप्त केंद्र उपलब्ध नहीं हैं। कोर्ट ने टिप्पणी की, “हम इस तर्क को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं कि देश में उपलब्ध तकनीकी प्रगति को देखते हुए परीक्षा आयोजक एक शिफ्ट में परीक्षा के लिए पर्याप्त केंद्र नहीं ढूंढ सकते।” इस फैसले ने यह सुनिश्चित किया कि नीट पीजी 2025 में सभी उम्मीदवारों को समान अवसर मिले और पारदर्शिता बनी रहे।
नीट पीजी 2024 की पृष्ठभूमि: पारदर्शिता की मांग
नीट पीजी 2024 में दो शिफ्ट में परीक्षा आयोजित होने के बाद, छात्रों ने पारदर्शिता की कमी और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। उनकी मुख्य मांग थी कि परीक्षा एक शिफ्ट में हो और प्रश्नपत्र, उत्तर कुंजी, और रॉ स्कोर सार्वजनिक किए जाएं। सितंबर 2024 में दायर याचिकाओं में यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट (UDF) जैसे संगठनों ने इस मुद्दे को उठाया। सुप्रीम कोर्ट ने तब NBEMS को निर्देश दिया था कि वह रॉ स्कोर और उत्तर कुंजी सार्वजनिक करे ताकि उम्मीदवार अपने प्रदर्शन का आकलन कर सकें।
22 मई 2025 को, कोर्ट ने सभी प्राइवेट और डीम्ड मेडिकल यूनिवर्सिटीज़ को अपनी फीस डिटेल्स सार्वजनिक करने का आदेश दिया, जिससे परीक्षा प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित हो।
नीट पीजी 2025: महत्वपूर्ण तिथियाँ
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, NBEMS को एक शिफ्ट में परीक्षा आयोजित करने के लिए संशोधित शेड्यूल जारी करना होगा। नीचे दी गई तिथियाँ वर्तमान कार्यक्रम के आधार पर हैं:
- टेस्ट सिटी स्लिप: 2 जून 2025
- एडमिट कार्ड: 11 जून 2025
- परीक्षा तिथि: 15 जून 2025
- परिणाम घोषणा: 15 जुलाई 2025 तक
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए NBEMS की आधिकारिक वेबसाइट natboard.edu.in पर नजर रखें।
नीट पीजी 2025 परीक्षा पैटर्न
नीट पीजी 2025 एक कंप्यूटर आधारित टेस्ट (CBT) होगा, जिसमें निम्नलिखित विशेषताएँ होंगी:
- अवधि: 3 घंटे 30 मिनट
- प्रश्नों की संख्या: 200 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
- कुल अंक: 800
- अंकन प्रणाली:
- सही उत्तर: +4 अंक
- गलत उत्तर: -1 अंक (नकारात्मक अंकन)
- अनुत्तरित प्रश्न: 0 अंक
टिप: नकारात्मक अंकन से बचने के लिए, उम्मीदवारों को केवल उन प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए जिनमें वे पूरी तरह से आश्वस्त हों।
नीट पीजी 2025 की तैयारी के लिए टिप्स
नीट पीजी 2025 की तैयारी के लिए, उम्मीदवारों को निम्नलिखित रणनीतियों का पालन करना चाहिए:
- सिलेबस को समझें: नीट पीजी का सिलेबस MBBS पाठ्यक्रम पर आधारित है। इसे अच्छी तरह समझें और महत्वपूर्ण विषयों जैसे मेडिसिन, सर्जरी, और पेडियाट्रिक्स पर ध्यान दें।
- मॉक टेस्ट प्रैक्टिस करें: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें ताकि आप समय प्रबंधन और प्रश्नों के पैटर्न को समझ सकें।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र: पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें ताकि आप परीक्षा के कठिनाई स्तर का अनुमान लगा सकें।
- नकारात्मक अंकन से बचें: अनुमान के आधार पर उत्तर देने से बचें, क्योंकि गलत उत्तरों के लिए 1 अंक काटा जाएगा।
- रिवीजन पर ध्यान दें: महत्वपूर्ण टॉपिक्स को बार-बार रिवाइज़ करें और शॉर्ट नोट्स बनाएँ।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें: लंबे समय तक पढ़ाई के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है।
छात्रों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का मेडिकल उम्मीदवारों और विशेषज्ञों ने स्वागत किया है। मुंबई के मेडिकल शिक्षा कार्यकर्ता बृजेश सुतारिया ने कहा, “यह फैसला नीट पीजी उम्मीदवारों के लिए एक बड़ा कदम है। दो शिफ्ट की प्रणाली ने 2024 में कई समस्याएँ पैदा की थीं, और अब एक शिफ्ट में परीक्षा होने से सभी को समान अवसर मिलेगा।”
छात्रों का कहना है कि एक शिफ्ट में परीक्षा होने से उन्हें यह चिंता नहीं रहेगी कि दूसरी शिफ्ट के प्रश्न आसान होंगे या कठिन। यह फैसला न केवल पारदर्शिता को बढ़ावा देगा बल्कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया से उत्पन्न होने वाली अनिश्चितताओं को भी खत्म करेगा।
निष्कर्ष
सुप्रीम कोर्ट का नीट पीजी 2025 को एक शिफ्ट में आयोजित करने का फैसला मेडिकल उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता को सुनिश्चित करता है बल्कि छात्रों को समान अवसर भी प्रदान करता है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी तैयारी को तेज करें, नवीनतम अपडेट्स के लिए NBEMS की वेबसाइट पर नजर रखें, और नकारात्मक अंकन से बचने के लिए रणनीतिक रूप से उत्तर दें।
क्या आप नीट पीजी 2025 की तैयारी कर रहे हैं? नीचे कमेंट करें और हमें बताएँ कि आप इस फैसले के बारे में क्या सोचते हैं और आपकी तैयारी कैसी चल रही है!
नोट: यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों और विश्वसनीय जानकारी के आधार पर लिखा गया है। नवीनतम अपडेट्स के लिए NBEMS की आधिकारिक वेबसाइट या विश्वसनीय समाचार पोर्टल्स की जाँच करें।