भारत-पाकिस्तान तनाव: पाकिस्तान की हमले की कोशिश नाकाम, भारत ने दिया करारा जवाब |Big Breaking News India Pakistan

नई दिल्ली, 8 मई 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है, जब पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की। भारत के उन्नत वायु रक्षा तंत्र ने इन हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के कई शहरों में स्थित वायु रक्षा रडार और सिस्टम को नष्ट कर दिया। इस घटना ने दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच तनाव को और गहरा कर दिया है।
पृष्ठभूमि: कश्मीर में आतंकी हमला
यह ताजा विवाद 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक आतंकी हमले से शुरू हुआ, जिसमें 25 भारतीय पर्यटक और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों, विशेष रूप से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद, को जिम्मेदार ठहराया। हमले में आतंकियों ने हिंदू पुरुषों को निशाना बनाया, जिससे भारत में व्यापक आक्रोश फैल गया।
इसके जवाब में भारत ने 7 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। भारत ने दावा किया कि ये ठिकाने आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हो रहे थे, जबकि पाकिस्तान ने इन्हें नागरिक क्षेत्र बताकर हमलों की निंदा की। इन हमलों में कम से कम 31 लोग मारे गए, जिनमें पाकिस्तान के अनुसार कई बच्चे और आम नागरिक शामिल थे।
पाकिस्तान की हमले की कोशिश
7 मई की रात पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों, विशेष रूप से उत्तरी और पश्चिमी भारत में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया। हालांकि, भारत के उन्नत वायु रक्षा तंत्र, जिसमें S-400 जैसे सिस्टम शामिल हैं, ने इन हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया। भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इसे एक बड़ी सफलता बताते हुए कहा कि किसी भी भारतीय शहर को नुकसान नहीं पहुंचा।
भारत का करारा जवाब
पाकिस्तान की इस हरकत के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 8 मई की सुबह त्वरित कार्रवाई की। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई शहरों, विशेष रूप से लाहौर, कराची और रावलपिंडी में वायु रक्षा रडार और सिस्टम को निशाना बनाया। लाहौर में एक प्रमुख वायु रक्षा सिस्टम को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। भारतीय सेना ने इसे ‘समान तीव्रता के साथ जवाबी कार्रवाई’ करार दिया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। हमारी कार्रवाई सटीक और सुनियोजित थी, जिसमें किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा।” भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “न्याय हो गया। जय हिंद!”
पाकिस्तान का दावा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत के हमलों को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। शरीफ ने दावा किया कि पाकिस्तानी वायुसेना ने पांच भारतीय लड़ाकू विमानों और एक ड्रोन को मार गिराया, हालांकि भारत ने इस दावे पर कोई टिप्पणी नहीं की। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि उसके 80 विमानों ने भारत के हमलों का जवाब दिया, लेकिन इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने की अपील की। ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा ने अपने नागरिकों को भारत-पाकिस्तान सीमा और कश्मीर क्षेत्र की यात्रा न करने की सलाह दी। कतर एयरवेज, एमिरेट्स और सऊदी एयरलाइंस ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से उड़ानें निलंबित कर दीं।
भारत में प्रतिक्रिया
भारत में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को व्यापक समर्थन मिला है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय सेना की कार्रवाई की सराहना करते हुए इसे ‘जय हिंद’ का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 मई को केंद्रीय मंत्रिमंडल और सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) की बैठक बुलाई, जिसमें स्थिति की समीक्षा की गई। दिल्ली में एक सर्वदलीय बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें विपक्षी नेताओं को ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी गई।
भारत ने देशभर में नागरिक सुरक्षा अभ्यास ‘ऑपरेशन अभ्यास’ शुरू किया, जिसमें हवाई हमलों और आपातकालीन स्थिति की मॉक ड्रिल की गई। जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कुछ हिस्सों में नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई, हालांकि कोई आधिकारिक निकासी आदेश जारी नहीं हुआ।
भविष्य की आशंकाएं और कूटनीतिक प्रयास
यह तनाव दोनों देशों के बीच दशकों पुराने कश्मीर विवाद का हिस्सा है, जो 1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद से तनाव का प्रमुख कारण रहा है। दोनों देश कश्मीर पर पूर्ण दावा करते हैं, जिसके चलते तीन युद्ध और कई छोटे-बड़े संघर्ष हो चुके हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक प्रयासों की जरूरत है। पूर्व भारतीय राजनयिक अजय बिसारिया ने कहा, “भारत और पाकिस्तान को 2019 के पुलवामा हमले के बाद की तरह संयम बरतना होगा, जब दोनों देशों ने तनाव को कम करने के लिए कदम उठाए थे।”
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए तैयार है, लेकिन वह शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने के लिए दबाव डालने की मांग की।
निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच यह ताजा तनाव दोनों देशों के लिए गंभीर चुनौतियां प्रस्तुत करता है। दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच किसी भी गलत कदम से क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता को खतरा हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर अब इस बात पर टिकी है कि क्या दोनों देश कूटनीति के रास्ते पर चलेंगे या यह तनाव और बढ़ेगा।
फिलहाल, भारत ने अपनी सैन्य ताकत और कूटनीतिक दृढ़ता का प्रदर्शन किया है, लेकिन शांति की राह में अभी कई चुनौतियां बाकी हैं।

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