
शिलांग में इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या: रहस्यमयी जैकेट और लापता सोनम की तलाश तेज
शिलांग पर्यटन क्षेत्र में इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी के साथ हुई त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। राजा रघुवंशी हत्या मामले में पुलिस ने कई अहम सुराग जुटाए हैं, लेकिन सोनम रघुवंशी का 13 दिन बाद भी कोई पता नहीं चला है। इस बीच, घटनास्थल के पास मिली एक लाल और काले रंग की जैकेट ने जांच को नया मोड़ दे दिया है। यह लेख शिलांग हनीमून मर्डर केस की ताजा जानकारी और पुलिस की जांच के बारे में विस्तार से बताता है।
शिलांग में क्या हुआ था उस दिन?
20 मई 2025 को इंदौर के साकार नगर निवासी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग पहुंचे थे। 11 मई को उनकी शादी हुई थी, और यह जोड़ा शिलांग पर्यटन क्षेत्र की खूबसूरती का आनंद लेने गया था। 22 मई को वे नोंग्रियाट गांव के प्रसिद्ध लिविंग रूट ब्रिज देखने गए। अगले दिन, 23 मई को उनकी आखिरी लोकेशन ओसरा हिल्स के पास थी, जहां उनकी किराए की स्कूटर लावारिस हालत में मिली। इसके बाद दोनों का मोबाइल बंद हो गया, और परिवार से संपर्क टूट गया।
11 दिन बाद, 2 जून 2025 को शिलांग पुलिस ने वेई सॉडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई में राजा रघुवंशी का शव बरामद किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनकी हत्या धारदार हथियार (नारियल काटने वाला चाकू, जिसे स्थानीय भाषा में ‘डाओ’ कहते हैं) से की गई थी। शव के पास मोबाइल फोन, एक स्मार्टवॉच, और एक सफेद महिला टी-शर्ट भी मिली, जिसने सोनम रघुवंशी की गुमशुदगी के रहस्य को और गहरा दिया।
लाल और काले रंग की जैकेट: नया सुराग या भटकाव?
शिलांग पुलिस को हाल ही में एडी व्यू पॉइंट के पास एक लाल और काले रंग की जैकेट मिली, जहां किराए की स्कूटर कुछ देर के लिए रुकी थी। जीपीएस ट्रैकर के जरिए पुलिस ने पुष्टि की कि स्कूटर इस स्थान पर रुकी थी, जिसके बाद सोनम की तलाश में ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद ली गई। पुलिस ने शुरू में माना कि यह जैकेट सोनम रघुवंशी की हो सकती है, लेकिन सोनम के भाई गोविंद ने इसे देखकर स्पष्ट किया कि यह उनकी बहन की नहीं है।
पुलिस ने जैकेट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, क्योंकि यह संभव है कि यह आरोपियों से संबंधित हो। शिलांग एसपी विवेक सिंह ने बताया कि जैकेट को सबूत के तौर पर जब्त किया गया है, और इसकी जांच से हत्या के पीछे की साजिश का पता लग सकता है। यह जैकेट उस पार्किंग स्थल के पास मिली, जहां राजा रघुवंशी का शव बरामद हुआ था। पुलिस का मानना है कि पार्किंग स्थल पर विवाद के बाद ही हत्या की गई होगी।
पुलिस जांच: लूट, साजिश या स्थानीय विवाद?
शिलांग पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया है और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। जांच में कई पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है:
- लूट का कोण: राजा रघुवंशी की सोने की अंगूठी, चेन, और बटुआ गायब हैं, जिससे लूट की आशंका जताई जा रही है।
- सुनियोजित हत्या: पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, हत्या में इस्तेमाल हुआ चाकू नया था, जिससे पुलिस को शक है कि यह सुनियोजित हत्या हो सकती है।
- स्थानीय विवाद: पुलिस को संदेह है कि पार्किंग स्थल पर राजा का स्थानीय लोगों या दुकानदारों से विवाद हुआ होगा। एक कॉफी शॉप के दुकानदार से पूछताछ की गई, क्योंकि सोनम ने कॉफी की गुणवत्ता पर नाराजगी जताई थी।
- सीसीटीवी की कमी: घटनास्थल के आसपास घने जंगल और भारी बारिश के कारण सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं, जिससे आरोपियों का सुराग ढूंढना मुश्किल हो रहा है।
पुलिस ने किराए की स्कूटर को भी जांच के दायरे में लिया है, जो घटनास्थल से 25 किलोमीटर दूर सोहरारीम गांव में लावारिस हालत में मिली थी। यह सवाल उठ रहा है कि स्कूटर इतनी दूर कैसे पहुंची, और क्या आरोपियों ने इसे वहां छोड़ा?
सोनम की तलाश: कोहरा बना चुनौती
सोनम रघुवंशी की तलाश में शिलांग पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें लगातार जुटी हैं। वेई सॉडॉन्ग झरने और एडी व्यू पॉइंट के आसपास ड्रोन और खोजी कुत्तों से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन भारी कोहरा और बारिश के कारण बुधवार दोपहर को खोज रोक दी गई। सोनम के पास दो मोबाइल फोन थे, जो अभी तक नहीं मिले हैं।
सोनम की आखिरी रिकॉर्डिंग में उन्होंने अपनी सास उमा रघुवंशी से बात की थी, जिसमें उन्होंने खाई के पास होने और पर्यटन स्थल की अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई थी। इस रिकॉर्डिंग से पुलिस को संकेत मिला है कि सोनम को खतरे का अंदेशा हो गया था।
परिवार का दर्द और सीबीआई जांच की मांग
राजा रघुवंशी का शव उनके भाई विपिन रघुवंशी मंगलवार को इंदौर ले गए। परिवार ने सोनम के सुरक्षित मिलने की उम्मीद नहीं छोड़ी है और सीबीआई जांच की मांग की है। विपिन ने कहा, “हमें शुरू से शक था कि यह लूट और हत्या का मामला है। स्थानीय पुलिस हमारी बात नहीं सुन रही।” परिवार ने पहले 5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, और राज्य के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस घटना पर दुख जताया है और सोनम की तलाश के लिए हर संभव प्रयास का आश्वासन दिया है।
शिलांग पर्यटन पर उठते सवाल
इस घटना ने शिलांग पर्यटन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ओसरा हिल्स और वेई सॉडॉन्ग जैसे पर्यटन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे और गाइड की कमी को लेकर परिवार और स्थानीय लोग नाराज हैं। इससे पहले अप्रैल 2025 में एक हंगरी के पर्यटक की भी लिविंग रूट ब्रिज के पास मौत हो चुकी है।
निष्कर्ष
राजा रघुवंशी हत्या और सोनम रघुवंशी की गुमशुदगी ने शिलांग को एक रहस्यमयी मर्डर मिस्ट्री का केंद्र बना दिया है। लाल और काले रंग की जैकेट, किराए की स्कूटर, और पार्किंग स्थल विवाद जैसे सुराग पुलिस की जांच को नई दिशा दे रहे हैं। शिलांग पुलिस और एसआईटी इस मामले को सुलझाने के लिए दिन-रात जुटी हैं, लेकिन सोनम का पता लगाना अभी भी सबसे बड़ी चुनौती है।
क्या यह सुनियोजित साजिश थी, या लूट और विवाद का नतीजा? फॉरेंसिक जांच और सीसीटीवी फुटेज की कमी के बीच पुलिस कब तक इस गुत्थी को सुलझाएगी? सोनम रघुवंशी के सुरक्षित मिलने की उम्मीद के साथ यह मामला पूरे देश की नजरों में बना हुआ है।
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